धनियां की उपयोग विधि व लाभ

धनिया को किस प्रकार उपयोग करते है जानिए(Use 

 Of Coriander):-

धनिया एक ऐसी वनस्पति है जिसका उपयोग सब्जी में व औषधीय रूप में करते है धनिया की हरी पत्तियों, जिसे सीलैंट्रो भी कहा जाता है

इसका उपयोग सलाद, मैक्सिकन साल्सा, चटनी, समुद्री भोजन (सीफ़ूड) और अलग-अलग तरह के पारंपरिक खाद्य पदार्थों को बनाने में किया जाता है इससे प्राप्त होने वाली अनोखी खुशबू कई व्यंजनों को विशेष खुशबू प्रदान करता है

Coriander tree and leaf with seeds
धनियाँ का पेड़ 

आयुर्वेद के अनुसार धनिया का महत्व (Importance of coriander according to Ayurveda):-

चिकित्सा प्रणाली में कई तरह के रोगों के इलाज के लिए एक  उपचार और खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए इस पौधे के सभी भागों का उपयोग किया जाता है

धनिया कसैला, तिक तथा कुछ कटु, पाक में मधुर है। इसका प्रभाव मूत्र प्रवर्तक, अग्निदीपक, पावत, ज्वरनाशक, रुचिकारक, ग्राही, त्रिदोषशामक तथा तृषा, दाह, श्वास, कास, कृशता एवं कृमिका नाशक है। इसके सब गुण धर्म धनिया के बीज में हैं। परंतु हरी धनिया के बीज एवं पत्तो का अपना महत्व हैं। 

coriander seeds
धनियाँ का बीज 

100 ग्राम धनिया में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में

पोषक तत्व - मात्रा
पानी - 92.2 g
ऊर्जा (एनर्जी) - 23 किलोकैलोरी/ 95 KJ
कार्बोहाइड्रेट - 3.67 g
वसा (फैट) - 0.52 g
शुगर - 0.87 g
कुल डाइटरी फाइबर - 2.8 g
आयरन - 1.77 mg
कैल्शियम - 67 mg
मैग्नीशियम - 26 mg
पोटैशियम - 521 mg
फॉस्फोरस - 48 mg
कॉपर - 0.225 mg
सेलेनियम - 0.9 mg
ज़िंक - 0.5 mg
मैंगनीज़ - 0.426 mg
सोडियम - 46 mg
विटामिन C - 27 mg
राइबोफ्लेविन - 0.162 mg
पैंटोथैनिक एसिड - 0.57 mg
फोलेट - 62 mg
थायमिन - 0.067 mg
नियासिन - 1.11 mg
विटामिन B6 - 0.149 mg

धनियां के उपयोग से ठीक होने वाले रोग (Diseases that can be cured by the use of coriander):-

धनियाँ का विधिवत सब्जी या अन्य खाद्य पदार्थ के उपयोग करने से १२ प्रकार की बीमारी को दूर किया जा सकता है 
  1. मधुमेह के नियंत्रण में
  2. रोगाणुरोधी घटक के रूप में
  3. आंखों के रोगों को दूर करने में
  4. तंत्रिका तंत्र नर्वस सिस्टम को मजबूत करने में
  5. उच्य रक्तचाप में
  6. त्वचा के रोगों में
  7. वजन कम करने के लिए
  8. मासिक धर्म के उपचार में
  9. पाचन तंत्र को नियंत्रण व पाचन सकती को ठीक करने में
  10. गठिया वात के सुधार में
  11. एलर्जी को कम करने के लिए
  12. रोग प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करने में
इन्हें भी देखें :- हरड़ का उपयोग 

कोई टिप्पणी नहीं

अकरकरा के औषधीय गुण

परिचय अकरकरा मूल रूप से अरब का निवासी कहा जाता है, यह भारत के कुछ हिस्सों में उत्पन्न होता है। वर्षा ऋतु की प्रथम फुहारे पड़ते ही इसके छोटे...

merrymoonmary के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.