गन्ना का रस पीने के फायदे और नुकसान

गन्ना का रस पीने के फायदे :आदमी की जरूरत को कैसे पूरी करता है : गन्ना (Benefits of drinking sugarcane juice)

 आज के दैनिक जीवन मे गाना एक बहुत व्यक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है गन्ने से आदमी की दैनिक जरूरत है पूरी होती है जैसे कि चीनी, गुड़, भी कई प्रकार के मीठे पदार्थों की जरूरत को पूरा करता है तो आज जानते है गन्ने का रस पीने के फायदे के बारे में ।

गन्ने का रस पीने के फायदे
गन्ना

गन्ना का रस तथा इससे होने वाले लाभ:-

गन्ने का रस अत्यन्त शीतल पेय है। गर्मियों में इसका सेवन बहुत लाभदायक है। आज जैसे जैसे हमारा देश विकास की ओर बढ़ रहा है वैसे वैसे हमारे खाने पीने का तरीका ही बदलते चल रहा है और शरीर काफी बीमारियों से ग्रसित होता जा रहा है हमारा ध्यान उन विदेशी वस्तुओं की ओर ज्यादा खिंच रहा है जिनके सेवन से स्वास्थ्य तो खराब होता ही है, पैसे भी अधिक खर्च होते हैं। ऐसे पेयों के सेवन से अनेक प्रकार की बीमारियाँ बढ़ती जा रही हैं। इन बहुराष्ट्रिय कम्पनियों के शीतल पेयों को पीने के बजाय यदि हम अपने देश में उत्पादित गन्ने के रस का या संतरा का रस का या नारियल का पानी का सेवन करें तो यह हमारे शरीर के लिये अधिक लाभदायक होगा। गन्ने के रस में प्राकृतिक खनिज तथा लवण तत्त्व अधिक मात्रा में पाये जाते हैं। गरमियों में हमारे शरीर से पसीने के रूप में जो आवश्यक तत्त्व बाहर निकल जाते हैं गन्ने के सेवन से उनकी आपूर्ति सम्भव है ।

आर्युवेद के अनुसार गन्ने के फायदे

  1. काला नमक, नीबू, पोदीने का रस और नारियल का पानी मिला हुआ गन्ने का रस अत्यन्त स्वादिष्ठ होता है। इसे पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है, साथ ही प्यास भी बुझती है।
  2. गन्ने के रस में विटामिन 'A' तथा 'B' पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, फास्फोरस, कैल्सियम, लोहा, सोडियम, पोटैशियम आदि पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं ।
  3. गन्ने के रस के सेवन से मनुष्य की जठराग्नि प्रदीप्त होती है और बुद्धि, बल तथा वीर्य का विकास होता है। 
  4. जो व्यक्ति प्रतिदिन मौसम के अनुसार दो गिलास गन्ने के रस का सेवन करता है, उसकी पाचन-क्रिया अनुकूल रहती है। इसके सेवन से पेट की कई बीमारियाँ भी दूर होती हैं।
  5. गन्ने का रस कब्ज, अल्सर, अतिसार आदि में उपयोगी है और फेफड़े की गति को भी यह सामान्य रखता है। 
  6. नाक से खून गिरने पर इसमें आँवला एवं धनिया के पत्तों को पीसकर उस रस को नाक में डालने से खूनका गिरना बंद हो जाता है। 
  7. इसकी तासीर शरीर को शीतलता प्रदान करती है और मस्तिष्क को भी ठंडक पहुँचाती है, जिससे ताजगी बनी रहती है और दिमाग भी चुस्त-दुरुस्त रहता है। 
  8. यह जिगर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है और खून की कमी को पूरा करता है। पीलिया के रोगियों के लिये यह अत्यन्त ही उपयोगी दवा है। पीलिया के रोगी जिनका शरीर खून की कमी के कारण पीला दिखायी पड़ता है इसमें प्राप्त लौह तत्त्व उसके शरीर में शक्ति का संचार करते हैं। पीलिया के रोगियों को प्रतिदिन सुबह ताजे गन्ने के रस का सेवन करना चाहिये । परंतु जिन्हें मधुमेह (डायबिटीज) की बीमारी हो, उन्हें गन्ने के रसका प्रयोग नहीं करना चाहिये।
  9. गन्ने का रस घर में निकाला हुआ उत्तम है। घर में निकाला हुआ गन्ने का रस स्वच्छ और शुद्ध होता है रस से भी अधिक लाभकारी होता है 
  10. गन्ने को दाँतों से चबाकर रस चूसने से मसूढ़े मजबूत होते हैं और दाँतों का व्यायाम भी हो जाता है तथा दाँतों में चमक आती है मशीन से निकाले गये गन्ने के रस की तुलना में मुँह से चूसकर निकाला गया गन्ने का रस विशेष लाभकारी होता है। मुंह से गाने का रस चूसने से गाने का रस लाल में मिलकर पाचन क्रिया को मजबूत करता है

नुकसान 

  • गन्ने का रस उन्हें नहीं पीना चाहिए जिनमें मधुमेह डायबिटीज की समस्या हो गन्ने का रस पीने से उनकी डायबिटीज बढ़ जाती है जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है
  • जिस व्यक्ति को सर्दी, जुकाम, या खांसी हो उसे व्यक्ति को गाने का रस नहीं पीना चाहिए इससे उसे व्यक्ति का सर्दी जुकाम बढ़ सकता है

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