दूध बिना मानव जीवन अधूरा
दूध पीना क्यो जरूरी है और दूध के क्या लाभ है (Benefits Of Drinking milk)
दूध पीना क्यों जरूरी है दूध इस लिए पीना चाहिए क्योंकि दूध में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट्स, खनिज, वसा, इन्जाइम तथा आयरन से युक्त होता है । दूध में प्रोटीन और कैल्सियम तत्त्वों का प्रसार होने से यह (दूधिया) अद्वितीय, अपारदर्शी होता है।
मानव-जाति के लिये यह सम्पूर्ण भोजन है। चिकित्सक सभी आयु वर्ग के लिये इसे पौष्टिक भोजन के रूप में निम्न कारणों से दूध का सेवन करने का सुझाव देते हैं
गाय का दूध में पाए जाने वाला पोषक तत्त्व का मूल्य प्रति 100 ग्रा.(3.5 ओंस)
उर्जा 60 किलो कैलोरी - 250 kJ
कार्बोहाइड्रेट - 5.26 g
शर्करा - 5.26 g
लैक्टोज़ - 5.26 g
वसा - 3.25 g
संतृप्त - 1.865 g
एकल असंतृप्त - 0.812 g
बहुअसंतृप्त - 0.195 g
प्रोटीन - 3.22 g
पानी - 88.32 g
विटामिन A equiv - 28 μg - 3%
थायमीन (विट. B1) - 0.044 mg - 3%
राइबोफ्लेविन (विट. B2) - 0.183 mg -12%
विटामिन B12 - 0.44 μg - 18%
विटामिन D - 40 IU - 20%
कैल्शियम - 113 mg - 11%
मैगनीशियम - 10 mg - 3%
पोटेशियम - 143 mg - 3%
दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व और उसे दूर होती है मानव शरीर के रोग(Nutrients found in milk and it cures diseases of human body) :-
- प्रकृति में उपलब्ध द्रव्यों-पदार्थों में केवल दूध में लेक्टोस (दुग्ध-शर्करा ) निहित होता है
- प्राणियों में नाडी- मण्डल एवं बुद्धि के विकास के लिये दुग्ध-शर्करा बहुत आवश्यक है ।
- ऊर्जस्वी गतिशील शारीरिक क्रिया-कलापों के लिये कार्बोहाइड्रेट आवश्यक होता है।
- शरीर में लाल रक्त कोशिका के संश्लेषण (समन्वय) एवं शारीरिक शक्ति के सुधार के लिये आयरन (लौह तत्त्व) आवश्यक होता है।
- कैल्सियम और फॉस्फोरस दाँतों और अस्थियों को मजबूत रखने में सहायक होते हैं
- विटामिन 'A' आँख की रोशनी और त्वचा को स्वस्थ रखता है एवं कम्पन - रोग को हटाता है ।
- विटामिन 'B' नाडी मण्डल एवं शरीर के विकास के लिये आवश्यक है ।
- विटामिन 'सी' शारीरिक रोगों के प्रति प्रतिरोधक शक्ति पैदा करता है।
- विटामिन ’D' रोग से सुरक्षा प्रदान करता है
गाय के दूध से ठीक होने वाली बीमारी और विधि :-
गाय के दूध से निम्नलिखित बीमारी का इलाज सम्भव है इसको विधिबत समझने का प्रयास करे और इसे पूरा पढ़ें
आधासीसी रोग में गाय के दूध का उपयोग
धतूरा अथवा कनेर के विष को नाश करने में
मैनसिल के विष को दूर करने में
कोदों के विष पर
धोखे से काँच का चूर्ण खा लेने पर
मधुमेह (सुगर ) को ठीक करने में
आँख उठी होने पर या आँख में जलन होने पर
पित्त-विकार को दूर करने में
चेचक अथवा छोटी माता होने पर दूध का उपयोग
छाती तथा हृदय रोग होने पर
रक्त पित्त के ऊपर दूध का प्रयोग
हड्डी टूट जाने पर दूध का रामबाण उपाय
कफ को दूर करे
प्रवाहि का और रक्त-पित्तादि के ऊपर
पाण्डुरोग, क्षय और संग्रहणी के ऊपर
हिचकी के ऊपर दूध का प्रयोग
मेहनत करके थके हुए मनुष्य को दूध गरम करके पिलाये
थके हुए व्यक्ति को गर्म दूध पीने से थकावट दूर हो जायगी और स्फूर्ति आ जायगी । थकावटके लिये यह अद्वितीय ओषधि है।
सिर दर्द के ऊपर
दूध के नियमित उपयोग से होने वाले लाभ (Benefits of regular consumption of milk) :-
- रात्रि में सोने से पहले एक कप दूध का सेवन रक्त के नव-निर्माण में सहायक होता है एवं विषैले पदार्थों को निष्क्रिय करता है ।
- प्रातः काल हलके गरम दूध का सेवन पाचन- क्रिया को संयोजित करने में सहायता करता है ।
- गरम दूध में मिस्री और काली मिर्च मिलाकर लेने से सर्दी-जुकाम ठीक हो जाता है।
- दूध में सबसे कम कोलेस्ट्रॉल (१४ मि० ग्रा० / १०० ग्रा० ) होने के कारण मधुमेह के रोगियों को वसा रहित दूध - सेवन की सलाह दी जाती है।
- उच्च रक्तचाप से पीडित व्यक्ति को प्रतिदिन २०० मि०ली० दूध (सिर्फ द्रव्य, पेय के रूप में ) पीने की सलाह दी जाती है ।
- अग्निवर्धक व्रण (Peptic Ulcer) - के रोगियों के लिये दूध एक आदर्श आहार है । ५० मि०ली० ठंडे दूधमें एक चम्मच चनेका सत्तू दो-दो घंटेपर देनेसे अल्सरमें शीघ्र ही लाभ हो जाता है ।
- दुग्ध-सेवन से सात्त्विक विचार, मानसिक शुद्धि एवं बौद्धिक विकास होता है।
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